शाईस्ताखान मरते मरते बच गया। बाद में ३१ साल जिंदा रहा, पर उसकी टूटू उंगलियां हर काम में उसे शिवाजी महाराज की याद दिलाती रही
Login
Cart
शाईस्ताखान मरते मरते बच गया। बाद में ३१ साल जिंदा रहा, पर उसकी टूटू उंगलियां हर काम में उसे शिवाजी महाराज की याद दिलाती रही